Sawan vrat Recipe: व्रत के लिए इस तरह से बनाएं मखाने की खीर 2023 में

Table Of Content

  1. परिचय
  2. खीर बनाने की विधि
  3. स्टेप-बाय-स्टेप निर्देश:
  4. परफेक्ट मखाने की खीर के लिए युक्तियाँ
  5. मखाने की खीर के स्वास्थ्य लाभ
  6. मखाने की खीर - पोषण जानकारी
  7. जनता के सवाल {FAQs}
    • मखाना खाने का सही तरीका क्या है?
    • क्या हम दूध के साथ मखाना खा सकते हैं?
    • मखाने खाने से क्या लाभ होता है?
    • मखाना कौन सा फल है?
    • मखाने के पेड़ का नाम क्या है?
    • क्या उपवास के दौरान मखाना खा सकते हैं?
    • सावन में खीर खा सकते हैं क्या?
    • सावन में दूध क्यों वर्जित है?
  8. निष्कर्ष
Makhane ki kheer


परिचय

हिंदू कैलेंडर में सावन के महीने को उपवास के लिए एक महत्वपूर्ण और पवित्र समय माना जाता है। इस महीने के दौरान उपवास करने से देवी पार्वती और देवी शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। ऐसा माना जाता है कि पूरे सावन महीने में उपवास करना किसी की आध्यात्मिकता को आगे बढ़ाता है और समृद्धि और अच्छा स्वास्थ्य लाता है। हम इस पवित्र महीने के लिए आपके साथ एक प्यारी और स्वादिष्ट मखाने की खीर साझा करना चाहते हैं।

खीर बनाने की विधि

  • इस स्वादिष्ट व्रत भोज को बनाने के लिए निम्नलिखित सामग्रियों की आवश्यकता होती है.
  • 1 कप कमल के बीज,
  • 4 कप साबुत दूध
  • 1/2 कप चीनी (स्वादानुसार समायोजित)
    इलायची पाउडर 
  • इलायची पाउडर 1/4 छोटा चम्मच।
  • 2 बड़े चम्मच घी (शुद्ध मक्खन) कुछ कटे हुए मेवे (पिस्ता, काजू और बादाम) केसर के धागे (वैकल्पिक) गुलाब की पंखुड़ियों को गार्निश के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

स्टेप-बाय-स्टेप निर्देश:

  • एक कड़ाही में घी गरम करें और मखाना डालें। कम आंच पर रोस्ट करें जब तक वे कुरकुरे और सुनहरे भूरे नहीं हो जाते। इन्हें कड़ाही से निकालकर अलग रखें।
Makhane ki kheer


  • वही कड़ाही में दूध डालें और उसे उबाल आने तक पकाएं। आंच कम करें और लगभग 10 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं, बार-बार मिलाते रहें।
Makhane ki kheer

  • रोस्ट किए हुए मखाने को दूध में मिलाएं और और 15 मिनट और पकाएं। दूध चिढ़काव करने से बचने के लिए बार-बार मिलाते रहें।
  • अब, खीर में चीनी और इलायची पाउडर डालें और अच्छी तरह से मिलाएं। इसे और 5 मिनट तक पकाएं।
Makhane ki kheer


  • आग बंद करें और खीर को कमरे के तापमान पर ठंडा होने दें। यह ठंडा होते ही गाढ़ा हो जाएगा।
Makhane ki kheer


  • खीर को कटी हुई नट्स, केसर के धागे और गुलाब के पेटलों से सजाएं। इससे खीर का स्वाद और दिखावटीता बढ़ जाएगी।
  • खीर को सर्दियों में कुछ घंटे तक ठंडा करें और फिर परोसें। अपने सावन व्रत के दौरान ठंडी मखाने की खीर का आनंद लें।
Makhane ki kheer


Helth benefits of makhana ki kheer

मखाने की खीर एक स्वादिष्ट और पौष्टिक व्यंजन है जो न केवल आपको आनंददायक अनुभव प्रदान करता है, बल्कि इसमें कई स्वास्थ्यवर्धक लाभ भी होते हैं। यह व्रत के दौरान उपभोग के लिए अद्वितीय और पौष्टिक विकल्प होता है। यहां हम मखाने की खीर के कुछ महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभों को जानेंगे:

पोषण का स्रोत: मखाने में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, और मिनरल्स होते हैं जो आपके शरीर को पोषण प्रदान करते हैं। मखाने की खीर में उपयोग किए जाने वाले मखाने इन पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत होते हैं।

ऊर्जा का स्रोत: मखाने में मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स और प्रोटीन आपको ऊर्जा प्रदान करते हैं। मखाने की खीर व्रत के दौरान ऊर्जा के स्रोत के रूप में बहुत उपयोगी होती है।

दिल के लिए फायदेमंद: मखाने में निहारमोनयूं, जैकस्टिन और फाइटोस्टेरॉल होते हैं जो हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। इन तत्वों की मौजूदगी से मखाने की खीर दिल के रोगों से लड़ने में मदद करती है।

आंत्र मंदल को संतुलित करें: मखाने में फाइबर होता है जो आपके आंत्र मंदल को स्वस्थ रखने में मदद करता है। मखाने की खीर में उपयोग किए जाने वाले मखाने आपके पाचन तंत्र को संतुलित करते हैं और साइकलिक आंत्र मंदल की समस्याओं को कम करते हैं।

सूखे रोगों से लड़ने में सहायक: मखाने में अन्य वसायुक्तियाँ भी होती हैं जो आपके शरीर को सूखे रोगों से लड़ने में मदद करती हैं। मखाने की खीर आपको ताजगी और ऊर्जा प्रदान करती है, साथ ही आपके शरीर को सूखे के लक्षणों से बचाने में सहायता करती है।

ऊतक विकास के लिए उपयोगी: मखाने में प्रोटीन, विटामिन, और मिनरल्स की अच्छी मात्रा होती है जो ऊतकों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। मखाने की खीर का नियमित सेवन आपके शरीर के ऊतकों को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

अब जब आप मखाने की खीर के स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानते हैं, आप इसे अपने सावन व्रत के दौरान आराम से स्वादिष्ट और पौष्टिक विकल्प के रूप में शामिल कर सकते हैं। इसे बनाने के लिए हमारी विस्तृत रेसिपी का पालन करें और स्वास्थ्य और सुख का आनंद लें!

मखाने की खीर - पोषण जानकारी

पोषक तत्व मात्रा
कैलोरी 150
कार्बोहाइड्रेट्स 25 ग्राम
प्रोटीन 5 ग्राम
वसा 2 ग्राम
फाइबर 2 ग्राम
कैल्शियम 100 मिलीग्राम
आयरन 1 मिलीग्राम
विटामिन C 1 मिलीग्राम

यहां आपकी मखाने की खीर की पोषण जानकारी कार्ड है। यह खीर में प्रमुख पोषक तत्वों की मात्रा प्रदर्शित करता है जो इस व्यंजन को पौष्टिक बनाते हैं। इसमें कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन, वसा, फाइबर, कैल्शियम, आयरन और विटामिन C की मात्रा दी गई है। यह आपको मखाने की खीर की पोषण गुणवत्ता को समझने में मदद करेगा।

People also ask {FAQs}

Q1.सावन में दूध क्यों वर्जित है?

  • सावन में दूध वर्जित करने का एक कारण यह है कि सावन मास में धार्मिक आचार-अनुष्ठानों के अनुसार कुछ लोग दूध उपभोग नहीं करते हैं। सावन मास को व्रत और तपस्या के महीने के रूप में मान्यता मिलती है, जब कुछ व्रत रखने वाले लोग दूध और दैहिक आहार का त्याग करते हैं। इसका पीछा करने का कारण है कि इस मास में पवित्र और शुद्ध भोजन को प्राथमिकता दी जाती है और दूध मांस और उच्च प्रोटीन सामग्री को सम्पूर्ण रूप से छोड़ने का एक हिस्सा है। यह एक धार्मिक मान्यता है और विभिन्न समुदायों में अनुसरण की जाती है।
  • इसके अलावा, सावन में दूध को वर्जित करने का एक और कारण यह है कि इस मास में मौसम गर्म और आरामदायक होता है और दूध बच्चों और युवाओं को आसानी से संभव रोगों से प्रभावित कर सकता है। इसलिए, दूध को संभलकर उपभोग करने की सलाह दी जाती है और इसे बच्चों और युवाओं को सीमित मात्रा में ही दिया जाता है। यह एक स्वास्थ्य संबंधी सलाह है जो लोगों को देखते हुए दी जाती है।
  • इस प्रकार, सावन में दूध को वर्जित करने का कारण धार्मिक और स्वास्थ्य संबंधी होता है, जो लोगों द्वारा सम्मानित और पालन किया जाता है।

Q2.सावन में खीर खा सकते हैं क्या?
  • हां, सावन मास में आप खीर खा सकते हैं। सावन मास में खीर बहुत ही प्रसिद्ध और आनंददायक व्यंजन है जो व्रत के दौरान उपभोग के लिए अद्वितीय और पौष्टिक विकल्प होता है। खीर में मखाने का उपयोग करके आप एक स्वादिष्ट और पौष्टिक व्यंजन का आनंद ले सकते हैं। यह आपको सावन में व्रत के दौरान भोजन का एक मजेदार और आरामदायक विकल्प प्रदान करती है।
  • खीर एक प्रकार की मिठाई है जिसमें दूध, चावल, चीनी और मखाने का उपयोग किया जाता है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले दूध को उबालने दें और फिर उसमें चावल डालें। चावल खूब गलने तक पकाएं और उसमें चीनी और मखाने मिलाएं। इसे और पकाने के लिए आप धीमी आंच पर चलाते रहें और बार-बार मिलाते रहें। जब यह गाढ़ा हो जाए और सही ढंग से पक जाए, तो आप इसे ठंडा करें और सजाएं।
  • सावन में खीर एक आम और पसंदीदा व्यंजन है और व्रत के दौरान भोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। इसे ठंडा करके और ऊपर से कटी हुई नट्स और केसर के धागे सजाकर इसका आनंद ले सकते हैं। यह एक स्वादिष्ट मिठाई है जिसमें मखाने का नरमता और दूध का मधुर स्वाद आपको मंत्रमुग्ध कर देगा।
  • इसलिए, सावन में आप खीर का आनंद ले सकते हैं और इसे व्रत के दौरान अपने परिवार और दोस्तों के साथ साझा कर सकते हैं। यह आपके व्रती अनुयायों को खुश करेगा और स्वादिष्ट भोजन का आनंद देगा।
Q3.सावन के व्रत में क्या क्या नहीं खाना चाहिए?
  • सावन के व्रत में कुछ आहार विशेषज्ञों द्वारा निर्दिष्ट किए गए हैं जिन्हें आपको खाने से बचना चाहिए। इसमें ध्यान देने योग्य कुछ मुख्य बातें हैं:
  • आपको अनाज, दाल, तेल, नमक, प्याज़, लहसुन, आलू, तमाटर, अदरक और हरी मिर्च जैसे सभी ग्रहण करने वाले आहार पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • नियमित चाय, कॉफ़ी, सोडा और अन्य कैफीन युक्त पेय पदार्थों से परहेज करना चाहिए।
  • तला हुआ और तीखा खाद्य वस्त्रों जैसे चिप्स, नमकीन, आचार, पापड़ आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • मीठे, बेकरी उत्पादों, चॉकलेट, मिठाई, बिस्किट और चीनी के प्रोसेस्ड आहार पदार्थों से बचना चाहिए।
  • व्रतीय आहार में नमक की मात्रा को कम करना चाहिए और ताजे फल और सब्जियों का उपभोग करना चाहिए।
  • इन बातों का पालन करके आप सावन के व्रत में स्वस्थ रह सकते हैं और अपनी आध्यात्मिकता और शुद्धता को बढ़ा सकते हैं।
Q4.क्या उपवास के दौरान मखाना खा सकते हैं?
  • हां, आप उपवास के दौरान मखाना खा सकते हैं। मखाना व्रत के दौरान प्राथमिकता रखने वाले आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है और उच्च प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स और फाइबर से भरपूर होता है। यह आपको भूख कम करने में मदद करता है और उच्च ऊर्जा स्तर प्रदान करता है। मखाना सावन के व्रत में आदर्श है, जब आपको अन्य अनाज, दाल और नमकीन से परहेज करना पड़ता है। इसे रोस्ट करके, तलकर या खीर के रूप में उपयोग किया जा सकता है। इसे आप आराम से खा सकते हैं और व्रती आहार का आनंद ले सकते हैं।
Q5.मखाना किस चीज से बनता है?
  • मखाना एक प्रकार का फलसेद है जो "Euryale ferox" नामक पौधे के बीजों से प्राप्त होता है। यह फलसेद जलप्रपातों, तालाबों और नदियों में पाया जाता है। मखाने के फलसेद की खोपड़ी कठोर और कंडेदार होती है। इसके अंदर मीठास और नरमी होती है जो इसे एक लोकप्रिय स्नैक बनाती है। मखाने के फलसेद में पोषक तत्व और विटामिन्स पाए जाते हैं जो इसे एक स्वास्थ्यवर्धक और पौष्टिक विकल्प बनाते हैं।
Q6.मखाना खाने का सही तरीका क्या है?
  • मखाना खाने का सही तरीका बहुत सरल है। सबसे पहले, आपको मखानों को स्वच्छ और पानी से धो लेना चाहिए। इसके बाद, आप एक कड़ाही में थोड़ी सी घी गर्म करें और उसमें मखाने डालें। धीमी आंच पर मखानों को सुनहरी होने तक भूनें, इससे उन्हें एक और स्वादिष्ट लय प्राप्त होगी। जब मखाने सुनहरी हो जाएं, तो आप उन्हें थोड़ा सा नमक या मसाले से स्वादिष्ट बना सकते हैं।
  • आप मखाने को सीधे खा सकते हैं या उन्हें भीगने के लिए पानी में रख सकते हैं। भिगोए हुए मखाने आपको उनकी सुर्खियों के साथ एक और रंगीन विकल्प प्रदान करेंगे। उन्हें भिगोने के बाद, आप उन्हें छानकर निकालें और सुकने के लिए रखें। सुखे मखाने आपको उनके क्रिस्पी और कुरकुरे स्वाद का आनंद देंगे।
  • मखाने एक स्वादिष्ट स्नैक के रूप में सीधे खाए जा सकते हैं या आप उन्हें खीर, नमकीन, खस्ता, या भुना हुआ चीज़ों के साथ भी सर्वनाश कर सकते हैं। यह एक स्वास्थ्यवर्धक और पौष्टिक विकल्प है जिसे आप रोजाना अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
Q7.क्या हम दूध के साथ मखाना खा सकते हैं?
  • हां,हम दूध के साथ मखाना खा सकते हैं। दूध के साथ मखाने का संयोग एक पौष्टिक और स्वादिष्ट संयोग है। दूध मखाने की खीर को और भी पौष्टिक और संतुलित बनाता है और मखाने के नरम और खस्ता स्वाद को बढ़ाता है। यह आपको ऊर्जा प्रदान करता है और दिनभर अच्छा भोजन का एक स्वादिष्ट विकल्प है।
Q8.मखाने खाने से क्या लाभ होता है?
  • मखाने खाने से कई लाभ होते हैं। मखाने में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, विटामिन B, विटामिन E, फाइबर, और आंशिक रूप से पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके सेवन से आपकी पाचन शक्ति मजबूत होती है, रक्त प्रवाह सुधारता है, डायबिटीज़ को नियंत्रित करता है, मस्तिष्क स्वास्थ्य को बढ़ाता है और हृदय स्वास्थ्य को सुधारता है। यह वजन नियंत्रण में मदद करता है और शरीर की कमजोरी को दूर करता है
Q9.मखाना कौन सा फल है?
  • मखाना एक प्रकार का फल है जो "Euryale ferox" नामक पौधे की बीजों से प्राप्त होता है। यह फल वाटरलिली के रूप में भी जाना जाता है और इसे धान्य के समान उपयोग में लिया जाता है। मखाना एक नरम और खस्ता फल होता है जिसका स्वाद मीठा और दूधयुक्त होता है। इसे बहुत सारे व्यंजनों में उपयोग किया जाता है और यह स्वादिष्ट और पौष्टिक विकल्प है।
Q10.मखाने के पेड़ का नाम क्या है?
  • मखाने के पेड़ का वैज्ञानिक नाम "Euryale ferox" है। यह पेड़ भारतीय उपमहाद्वीप के अलग-अलग हिस्सों में पाया जाता है और इसके बीजों को खाद्य और औषधीय उपयोग के लिए प्रयोग किया जाता है। मखाने के पेड़ का फल गोलाकार होता है और उसकी खोपड़ी कठोर और कंड़ेदार होती हैं। यह पेड़ जलप्रपातों, तालाबों और नहरों में पाया जाता है और उच्च तापमान और अच्छी प्रकृतिक उपजाऊता की संकेत देता है।

निष्कर्ष

  • मखाने की खीर सावन व्रत की आत्मा से मेल खाती है। इसकी मुलायम टेक्सचर, स्वादिष्ट रस, और मखाने की क्रंची खीर को व्रत रखने वालों के बीच बहुत प्रिय बनाते हैं। हमारी विस्तृत रेसिपी का पालन करके और मूल्यवान सुझावों को अपनाकर, आप एक ऐसी मखाने की खीर बना सकते हैं जिससे आपके परिवार के सदस्यों को प्रभावित किया जा सकता है और वे और चाहेंगे।
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